आठवां दिन पंडा पुजारी, व ढोंगी बाबाओ से सदा के लिए छुटकारे पाए,ये प्रयोग कीजिये आने वाली समस्याओं से बचने के लिए, स्वास्थ्य के लिए जल चार्जिंग और सुझावों के लिए टिप्स किसी भी प्रकार की बीमारी के इलाज के लिए,नीचे दिए गए 4 विधियों का पालन करें जब हम सो जाते हैं, हमारा अवचेतन मन जाग्रत हो जाता है, तो अवचेतन मन में इस विचार के साथ 5 बार भरें -मैं इस बीमारी से मुक्त ही हूँ।
मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूँ।"
अगर आप इन शब्दों को आत्मविश्वास से कहते हैं, तो आपका अवचेतन मन उन्हें स्वीकार कर लेगा।
जैसे- "मेरा बीपी सामान्य हो गया है। मेरा दिल बिल्कुल ठीक हो गया है या मेरी गुर्दे पूरी तरह ठीक हो गए हैं.. आदि।" इन विचारों को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ कहें, तब अवचेतन मन उन्हें स्वीकार कर लेगा। पानी को कम से कम 5 बार एक दिन में चार्ज करें और इसे पी लो। पानी चार्ज करने का तरीका है - पानी में दृष्टि दें और 5 बार संकल्प करें-
"मैं सर्वशक्तिमान आत्मा हूं।" (आप ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र में शिव बाबा के योग कक्ष में पानी की बोतल / जग को रखकर भी यह प्रयोग कर सकते हैं या घर पर शिव बाबा की तस्वीर के सामने योग के दौरान पानी में दृष्टि दें और शिवबाबा की किरणों को पानी पर पड़ते और इसे शुद्ध करते हुए देखें । महसूस करें कि पानी पूरी तरह से सकारात्मक, सक्रिय रूप से चार्ज है और इस चार्ज पानी को पीने पर मेरे विचार शुद्ध विचार हो गए हैं मैं मास्टर सर्वशक्तिमान आत्मा हूं। यह पानी शरीर में प्रत्येक कोशिका को पूरी तरह से चार्ज कर रहा है और सभी अशुद्धियों को निकाल रहा है. आपके शरीर (मस्तिष्क, गुर्दा, हृदय, आदि) के किसी भी अंग को कुछ समस्या हो तो, उस अंग को सुबह, दोपहर और शाम 5 मिनट हर बार ऊर्जा दें।
ऊर्जा देने का तरीका है- दोनों हथेलियों को रगड़ें और संकल्प करें- "मैं मास्टर सर्वशक्तिमान आत्मा हूं।" और फिर हथेलियों को शरीर के प्रभावित हिस्से पर हथेलियां रखो । कुछ समय बाद, इस प्रक्रिया को वापिस दोहराएं। शरीर को ऊर्जा देने के दौरान सोचें कि शरीर का यह हिस्सा सही हो रहा है, यह पूरी तरह ठीक हो रहा है। इस शरीर का हिस्सा बनता जा रहा है यह सही है, यह पूरी तरह से ठीक होता जा रहा है है।
🌺 अमृतवेले विशेष योग करें। रोग से छुटकारा पाने के लिए, एक घंटे का योग करने के लिए, दिन के दौरान कुछ समय तय (Fix) करें। इसे 21 दिनों के लिए करें। यदि योग करने का स्थान और समय एक निश्चित समय पर हर रोज होता है, तो यह अच्छा होगा। यदि बीमारी पुरानी है और लंबे समय से फील होती है, तो इस योग को 3 महीने के लिए करें।
⁉️ भट्टी कैसे करें (विशेष,
गहन योग) समस्या मुक्त बनने के लिए, विघ्नों से मुक्ति :
अमृतवेला योग के अलावा, यह योग 21 दिनों के लिए भी करने हैं। योग शुरू करने से पहले ये दो स्वमान 5 बार अभ्यास करने हैं -
"मैं मास्टर सर्वशक्तिमान आत्मा हूं। मैं विघ्न विनाशक आत्मा हूं।"
उसके बाद एक घंटे के लिए शक्तिशाली योग करें। योग के दौरान, शिवबाबा से किरणों को लें / अवशोषित करते रहें।
🌸 नौकरी में सफलता के लिए🌸
किसी भी नौकरी करने में सफल होने के लिए, जैसे ही आप सुबह उठते हैं, ये दो स्वमान 7 बार अभ्यास करें :
"मैं मास्टर सर्वशक्तिमान आत्मा हूं। विजय मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है।"
एक घंटे के लिए एक शक्तिशाली योग करें और योग शुरू करने से पहले 5 बार स्वमान का अभ्यास करें। बुरी आदतों से मुक्त होने के लिए किसी भी व्यसन, क्रोध से छुटकारा पाने के लिए, बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए, दूसरों को शुद्ध बनाने के लिए... आदि - भोजन तैयार करते समय, खाना पकाने के दौरान, 100 बार संकल्प करें, "मैं सम्पूर्ण पवित्र आत्मा हूं।"
*डिप्रेशन फ्री लाइफ कोर्स टेली पेथी योगी अपने विचार: बिना ऊचारण किये दूसरो तक भेज सकता है ।
आगे समय ऐसा आने वाला है जो हम अपने संदेश मन द्वारा ही भेजेगे* ।
-चींटियां बहुत दूर से एक दूसरे से बात कर लेती है ।
-कुत्ते, बिल्लीया घर से दूर छोड़े जाने पर वापिस आ जाते है ।
-हर स्थान, हर व्यक्ति, हर वस्तु से सूक्ष्म तरंगे निकलती रहती है । पक्षी इन्ही तरंगों को पकड़ कर सही जगह पहुँच जाते है ।
शहद की मक्खी शहद इकट्ठा करने बहुत दुर चली जाती है, किंतु पर्वत, नदिया अनेक स्थानों के ऊपर हो कर मानसिक शक्ति से अपने छत्ते तक पहुँच जाती है ।
-मनुष्य की मानसिक शक्ति इन सब से बहुत शक्तिशाली होती है ।
-विचारो में वह शक्ति है जो हजारो मील दूर मनुष्य पर असर करती है
।
- हजारो मील दूर की आवाजे ऐसे सुन सकते है जैसे हमारे पास कोई बोल रहा हो ।
-हम सभी थोड़े बहुत विचार भेजते है और प्राप्त करते है ।
-किसी को स्मरण करते ही व्यक्ति घर आ जाता है या उसी समय उस का फोन आ जाता है ।
-हम कह उठते है हम आप को याद ही कर रहे थे ।
-आने वाला व्यक्ति आते आते अपने मस्तिष्क द्वारा विचार तरंगे भेज रहा है । ये तरंगे आकाश में व्याप्त ईथर में हो कर हमारे मस्तिष्क में आ जाती है । हमारा मन उन तरंगों को ग्रहण कर लेता है । मस्तिष्क में आ कर तरंगे पुन्य शव्दो में बदल जाती है
।
- जिस व्यक्ति को संदेश देना चाहते है वह चाहे कहीं भी हो उस की शक्ल को कल्पना में अपने सामने देखो और उस से बात करो, आप के विचार उस तक पहुँच रहे है । ये विचार बहुत सूक्ष्म होते है । वह सही शव्दो में नही समझेगा परंतु उसको अच्छा व बुरा महसूस होगा जैसा आप का भाव था । वह वैसा ही रिअकट करेगा । अगर दोनो तरफ़ सूक्ष्म व शुद्ध और शक्तिशाली मन है तो हम शब्द भी पकड़ सकते है । इसलिये सदा शुध्द ही सोचो । आप जो चाहते है वह सोचो । उसके वर्तमान के अवगुणों पर ध्यान न दे ।
-अगर ऐसा व्यक्ति आपके आसपास है तो भी मुख से कम बोलो उसके साथ मन से सकून भरी बातें करो । उसे भी सकून मिलेगा ।
-याद रखो विजय शुध्द विचार की ही होगी चाहे कितनी देर लग जाये. जैसे आग चाहे कितनी तेज हो और उस पर बूँद बूँद पानी डाले तो विजय पानी की ही होगी आग को बूझना ही होगा । ऐसा अपना विचार दृढ़ रखे ।
- याद रहे व्यक्ति सिर्फ प्यार से बदलता है ।
-बड़े बड़े तानाशाह जोर से, दबाव से, मानव को नही बदल सके, एक सधारण मनुष्य की औकात ही क्या है ।
- इस लिये चेक करो आप के विचारो में उसके प्रति प्यार है या नही जिसे आप संदेश दे रहे है
।
- सर्व शक्तिवान बाप भी हमे प्यार से ही बदल रहा है । उनके महावाक्यों में कितनी निर्मानता है ।
- जिसे हम बदलना चाहते है, उनके प्रति संदेश देने वाले हमारे विचारो में कोमलता व निरमानता हो । मरोड़, धौंस व नाराजगी या नफरत न हो नही तो ये और बढ़ जायेगी ।
-जो लोग हमारे आस पास है उन पर प्रयोग करो । नई खोज करो । विश्व को इस की जरूरत है । अपना समय सूक्ष्म सेवा में ज्यादा लगाओ । सूक्ष्म बल में निपुण बनो । जो कहते हो बोलते हो वह सब मन से करो तब सब कुछ ठीक हो जायेगा ।
- सदा याद रखो मैं दाता आत्मा हूँ । यह भाव सब को बदल देगा । आवश्यक सूचना यह निःशुल्क कोर्स है,अपने परिवार के सदस्यों को इस ग्रुप में ऐड करा सकते हो। इस ग्रुप में आप किसी भी प्रकार का कोई मैसेज नही भेज सकते,अन्यथा रिमूव किया जाएगा।*
3: इस कोर्स में जो भी होमवर्क आपको दिया जाएगा उसे फ़ॉलो करना अनिवार्य है।
4 :तीन से चार दिन में ही आपको महसूस होने लगेगा ,और दवाईया अपने आप छूट जाएगी।
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