संगीत से जादू जैसा असर होता है ।
बरसात क़ी नन्ही नन्ही बूंदो का रिमझिम राग सुनते ही कोयल कूक उठती है ।
पपीहे गा उठते हैं । मोर नाचने लगते हैं ।
लहलहाते खेतों को देख कर किसान आनंद विभोर हो उठते हैं ।
मधुर संगीत का असर तो प्रत्येक जीवधारी, पेड़ पौधो और प्राकृति पर भी होता हैं ।
संगीत का मन पर बहुत असर होता हैं । हम अक्सर मधुर गीतो क़ी तरफ खींचे चले जाते हैं ।
यही कारण हैं कि संतो और देवताओ ने भक्ति में वाद्य यंत्रो को महत्वपूर्ण माना है ।
शिव के हाथ में डमरू दिखाया जाता है ।
श्री कृष्ण के हाथ में मुरली दिखाई जाती है ।
यदि कोई वाद्य यंत्र ना हो तो ताली बजा कर भगवान क़ी याद में खो जाते है ।
संगीत को ईश्वर का दर्जा प्राप्त है ।
जब कभी तनाव, उदासी, हीनता आने लगे तो तुरंत मधुर संगीत सुनना चाहिए ।
ओम शान्ति..