आंतरिक बल
मन एक रेडियो स्टेशन हैं
एंटी टाइम तरंगे और विश्व सेवा
जो लोग हमारे आसपास रहते हैं उन्हे कोई बात कहनी हो या संदेश देना हो तो हम मुह से धीरे धीरे शब्द बोलते हैं 1
व्यक्ति थोड़ा सा दूर हो तो हम जोर से बोलते हैं ।
ज्यादा लोगो को कोई 'बात कहनी हो तो हम लाउड .स्पीकर का प्रयोग करते हैं ।
दूसरे शहर या दूसरे देश में संदेश भेजना हो तो हम मोबाइल, वायरलेस, इंटेरनेट या रेडियो, टी .वी .आदि प्रयोग करते हैं ।
रेडियो तरंगो से हम स्पेस में राकेट में बैठे लोगो को संदेश लेते और देते हैं ।
ऐसे ही लोगो को भगवान का परिचय हम व्यक्तिगत रूप से देते हैं । क्लास या पब्लिक प्रोगाम में माइक प्रयोग करते हैं ।
इन विधियों से हम बहुत कम संदेश दे पा रहें हैं ।
81 वर्ष में हम करीब 20-25 लाख लोगो को ईश्वरीय ज्ञान समझा पाए ।
लगभग 800 करोड़ आत्माओ को संदेश देना और उनकी पालना करना आसान काम नहीँ हैं ।
जो लोग योग का अभ्यास कर रहें हैं वह भी अपना आंतरिक बदलाव बहुत कम कर पाए हैं ।
हमारे मन में एंटी टाइम ट्रावेलिंग तरंगे हैं जिनके द्वारा हम घर बैठे पूरे विश्व की सेवा कर सकते हैं