सहज योग क्या है
सहज शब्द संस्कृत के दो शब्दों को जोड़ कर बना है। ‘सह’ का अर्थ है ‘साथ’ और ‘जा’ का अर्थ है‘जन्म’। जब यह दोनों शब्द एक साथ जुड जाते हैं तो इसका अर्थ है प्राकृत के करीब होना। सहज योगा के अनुयाईयों का विश्वास है कि उनके अंदर कुंडलिनी का जन्म होता है और वे उन्हें स्वत: जागृत कर सकते हैं।
आईए जानें सहज योगा से होने वाले फायदे के बारे में। सामान्य स्वास्थ्य के लिए- सहज योगा से शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रुप से मजबूती मिलती है। साथ ही शरीर में होने वाली बीमारियों को जड़ को खत्म किया जा सकता है।
सहज योगा से दिमाग को तनाव झेलने की शक्ति मिलती है। साथ ही आपके सोने के तरीके को भी सुधारता है। इस योगा से व्यक्ति को आसपास के तनाव, दिनभर की थकान व अपने गुस्से को नियंत्रित करने में आसानी होती है।
बुरी आदतों व लत से छुटकारा- किसी भी तरह की बुरी आदत व लत से जैसे धूम्रपान, मंदिरा सेवन आदि को छोड़ने के लिए इसका अभ्यास किया जा सकता है।
संचार कौशल-सहज योगा के नियमित अभ्यास से आप लोगों से अच्छी तरह से पेश आते हैं। साथ ही दूसरों के साथ बेहतर रिश्ते जोड़ने में मदद मिलती है। कुंडलिनी जागरण के माध्यम से शरीर में शक्ति का संचार तथा शरीर को निरोग रखा जा सकता है ।
एकाग्रता- सहज योगा से लोगों में एकाग्रता बढ़ती है और जो वे जीवन में हासिल करना चाहते है आसानी से कर सकते हैं।
No comments:
Post a Comment